Women in ITI Technical field
हेलो दोस्तों, आज के इस ब्लॉग में हम बात करने वाले हैं ITI और Technical field में महिलाओं के पार्टिसिपेशन के बारे में , तो आपको पता होगा कि ITI में दो तरह की ट्रेड्स होतीं हैं , एक तो टेक्निकल और दूसरी नॉन-टेक्निकल। तो कुछ लोगों को डाउट होता है कि लड़कियों को Technical field में ITI करना चाहिए या नहीं , तो आज इन्हीं सारे सवालों का जवाब देने के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि ITI के Technical field में महिलाओं का कितना योगदान है।
ITI के Technical field में महिलाओं के पार्टिसिपेशन के बारे में ,कि आखिर ITI में महिलाओं के क्या क्या रोल्स होते हैं और इसमें क्या career options हैं।
दोस्तों, एक प्राइवेट सर्वे के अनुसार, 30 प्रतिशत लडकियां वर्त्तमान में ITI के Mechanical और इलेक्ट्रिकल ट्रेड में ITI कर रहीं हैं। वहीँ अगर सरकारी नौकरी की बात करें तो ITI की कुल वैकेंसी की 25 परसेंट सीट्स में महिलाएं ही काम कर रहीं हैं। इसमें भारत सरकार के रेलवे, DRDO , GAIL ,ISRO आदि संस्थान शामिल हैं।
वहीँ अगर प्राइवेट सेक्टर की बात करें तो इसमें 20% महिलाएं ही काम कर रहीं हैं। जिसमे bajaj motors आदि कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
तो दोस्तों, इस बात का सीधा सा मतलब यह है कि अब समय के साथ ITI के Technical field में महिलाये बढ़ चढ़कर अपना योगदान दे रहीं हैं। हालाँकि अभी उनका Technical field में पुरषों के मुकाबले काफी काम participation है। तो महिलाओं के इस काम को और बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने ITI Technical field से जुडी कई योजनाएं निकाली हैं , जो स्किल इंडिया योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, समर्थ योजना आदि हैं।
जैसा कि आपको पता होगा कि इस साल भारत की अध्यक्षता में हुए G20 में ‘कौशल’ शीर्ष पर रहा है। इसलिए हम उन महिलाओं के बारे में आपको बताने जिन्होंने जेंडर बेस्ड डिस्क्रिमिनेशन को तोड़ने का साहस किया, कोई नया कौशल हासिल किया और अपनी स्किल के दम पर अपना खुद का बिजनेस बनाने के लिए आगे बढ़ीं।
पहले नंबर पर बात करते हैं दिल्ली की रहने वाली रौशनी की , जो इलेक्ट्रिकल टेक्नीशियन हैं।राजधानी दिल्ली में एक पावर डिस्कॉम की ट्रांसफॉर्मर मरम्मत इकाई में एक टेक्नीशियन के रूप में नियुक्त रौशनी ने बताया कि उन्होंने पहले ITI का 2 साल का कोर्स किया , उसके बाद वो यहाँ पर नियुक्त हुईं , उन्होंने बताया कि शुरू में उनको लगता था कि वो यहाँ काम कर भी पाएंगी कि नहीं क्यूंकि अलावा सभी मेल सहकर्मी थे लेकिन उन्होंने उस काम को ज़ारी रखा और आज वो एक बहुत ही सक्सेसफुल महिला बन गयीं हैं।
अब बात करते हैं ओडिशा की रहने वाली शताब्दी साहू की , जो कि एक प्लंबिंग ट्रेनर हैं।सबसे पहले इन्होने जल प्रबंधन और नलसाजी कौशल परिषद् द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण में दाखिला लिया और अब वह प्लम्बर्स को प्रशिक्षित कर रहीं हैं। साहू ने 800 से अधिक प्लम्बरों को ट्रेंनिंग दी है और 600 से अधिक लोगों को काम दिलाया है। उन्होंने कहा कि उनको यह काम करके खुद पर बहुत गर्व महसूस होता है।
तो इस सबसे आप समझ गए होंगे कि ITI या किसी भी Technical field में महिलाओं का बहुत योगदान है।
तो अगर आप एक महिला हैं और आपके पास ITI की ट्रेड से जुडी अच्छी स्किल्स हैं तो आप इससे जुड़ी jobs के लिए आसानी से apply कर सकते हैं। इसके लिए आप ShramIN jobs App पर भी इससे जुडी वेकेंसीज के बारे में पता कर सकते हैं
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